आबे जमजम पानी के फायदे और तरीका आबे जमजम का पानी कैसे निकला जाने कहानी वाकया jamjam pani peene ki dua Zam Zam Pani ke Fayde जमजम का पानी पीने की दुआ हिंदी में
आबे जमजम क्या है
इस्लाम धर्म में एक नाम आबे जमजम बहुत लोकप्रिय है आबे जम जम मक्का (सऊदी अरब) में, मस्जिद अल-हरम से लगभग 66 फीट की दुरी पर एक कुआं के रूप में स्थित है इस कुआं के पानी को ही आबे जम जम के नाम से जाता जाता है इस्लाम की मान्यता के अनुसार अल्लाह रब्बुल इज्जत की बरकत से जम जम के पानी में बहुत बरकत और शिफा है
BENEFITS: आबे जमजम पानी के फायदे
- आबे जमजम का पानी पीने के बहुत से फायदे है
- मान्यता है कि जम जम का पानी जिस नियत से पिया जाए
- उसी तरह के फायदे भी मिलते है
- बिमार के लिए आबे जम जम का पानी शिफा है
- बदन की जलन व गर्मी के लिए भी जम जम का पानी बहुत फायदेमंद है
- न दिखने वाले मखलूक/जिन्न/प्रेत/इत्यादि से ग्रस्त लोग के लिए फायदे पहुँचता है
- लू की दवा के रूप में आबे जम जम बहुत लोग इस्तेमाल करते है
- दिल के रोगों के लिए आबे आबे जैम अमृत के सामान है
- हुजुर सल्ल. ने फ़रमाया जमजम का पानी भूखे के लिए खाना और बीमार के लिए दवा है
STORY: आबे जमजम की कहानी
हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की अहिल्या (पत्नी/बीबी) हाज़रा रदियल्लाहो तआला अन्हा अपने बच्चे की प्यास मिटाने के लिए सफा मरवा (सऊदी अरब) की पहाड़ियों पर इधर उधर पानी की तलाश में भटक रही थी बहुत खोजने के बाद भी पानी का एक कतरा भी सफा मरवा पहाड़ी पर न मिला
जिस जगह पर हाज़रा रदियल्लाहो तआला अन्हा अपने बच्चे को रखी थी जब पानी खोजने के बावजूद न मिला और अपने बच्चे के पास वापस लौटी तो क्या देखती है कि बच्चे के पैरो की रगड़ से पानी का चश्मा जारी हो गया है अल्लाह बेशक हर चीज पर कादिर है वह जब चाहे जहाँ चाहे जिस हालात में चाहे मदद फरमा सकता है इस पानी को ही आबे जम जम कहा जाता है
आबे जम जम पीने का तरीका
- आबे जमजम का पानी पीने का तरीका यूँ है कि
- सबसे पहले बिस्मिल्लाह पढ़ा जाएँ
- उसके बाद अच्छी नियत करके पीना चाहिए
- अगर बिमारी से शिफा चाहते है तो जमजम का पीने से पहले दिल में इसका इरादा करें
- इंशाअल्लाह अल्लाह के रहमों कर्म से शिफा होगा
जमजम का पानी पीने की दुआ
- जब आबे जमजम का पानी पिए तो यूँ दुआ करें
- दुआ हिंदी में: अल्लाहुम-म इन्नी अस अलु-क इल्मन नाफि अंव
- व रिज्कवं वासिअंव व शिफ़ाअम मिन कुल्लि दाइन
- दुआ इंग्लिश में: Allaahumma inni as’aluk ilman naifi aaa
- wa rizqaw wasi`aaa, wa shifa’am min kulli da’i
- दुआ उर्दू/अरबी में: اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ عِلْمَاً نَافِعَاًً وَرِزْقَاً وَاسِعَاًَ وَشِفَاءً مِنْ كُلِّ دَاءٍ