Roza Rakhne Ki Dua in Hindi roja kholne ki dua रोजा खोलने की दुआ रोजा रखने की नियत रोजा खोलने और रखने की दुआ हिंदी में उर्दू में रोजा रखने की हिंदी दुआ नियत
रमजान का महीना बहुत ही नजदीक आ चूका है ऐसे में सहरी एंव इफ्तार का होना आम सी बात होगी लेकिन सहरी एंव इफ्तार करने से पहले इसके लिए रमजान की नियत एंव दुआ करना या पढ़ना बेहद जरुरी है
हदीसो के मुताबिक़ अगर कोई मुसलमान बिना रोजा के नियत के सहरी करता है ऐसे में रोजा मान्य या स्वीकार नहीं होता है बिना नियत का रोजा रहने वाले को भूखा कहा जा सकता है रोजेदार नहीं इसलिए रमजान का रोजा रहने से पहले सहरी की नियत बेहद जरुर है
जब हम दिन भर रमजान का रोजा रहकर शाम को इफ्तार करते है ऐसे में अल्लाह के नाम के बिना उसके दिए रिज्क को हाथ कैसे लगा सकते है? ऐसे में इफ्तार की दुआ पढ़ कर रमजान का इफ्तार करना चाहिए
Ramzan 2023 में कब है?
Ramzan 2023: 23 मार्च 2023 को इंशाअल्लाह पहला रमजान का रोजा रखा जाएगा ऐसे में रोजा की नियत की दुआ और रमजान के इफ्तार की की दुआ याद कर ले तो बेहतर है अगर याद नहीं है तो देख कर भी पढ़ सकते है
रमजान का महीना इस्लाम समुदाय के लिए बहुत ही पवित्र महीना है ऐसे में हम सब इंशाअल्लाह इस साल पुरे 30 रोजा रखेंगे और सवाब से मालामाल होंगे
नियत रोजा रखने की हिंदी में | Roza Rakhne Ki Dua
रमजान में सुबह में उठाकर अजान होने से पहले रोजा रखने के लिए सहरी/सेहरी की जाती है साथ ही रोजा रखने की नियत या दुआ भी पढ़ी जाती है रोजा की नियत दुआ हिंदी में उर्दू में और तर्जुमा की जानकारी दे रहे है जो निम्नवत है:-
दुआ नियत रोजा रखने की
नियत दुआ रोजा रखने की हिंदी में
“व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरी रमजान”
तर्जुमा
“मैं रमजान के इस रोजे की नियत करता/करती हूँ”
[Dua] Roza Rakhne Ki Niyat In ENglish
Dua Roza Rakhne Ki Niyat
Roza Rakhne Ki Niyat In ENglish
Wa bisawmi ghadinn nawaiytu min shahri ramadan
Tarjuma
Main Ramzan Ke Is Roze Ki Niyat Karta/Karti Hu
दुआ नियत उर्दू रोजा रखने की
रोजा रखने की नियत दुआ उर्दू में
[उर्दू] रोजा नियत दुआ उर्दू में
وَبِصَوْمِ غَدٍ نَّوَيْتُ مِنْ شَهْرِ رَمَضَانَ
तर्जुमा
اورمیں نے ماہ رمضان کے کل کے روزے کی نیت کی
रोजा खोलने की दुआ हिंदी में | इफ्तार की दुआ
दिन भर अल्लाह की इबादत करने के बाद शाम का समय इफ्तार का होता है इफ्तार करने से पहले इफ्तार की दुआ जरुर पढ़ें जो निम्नवत है:-

दुआ रोजा खोलने की हिंदी में
दुआ रोजा खोलने की हिंदी में | इफ्तार की दुआ
अल्लाहुम्म लका सुम्तु व अला रिज़क़िका अफतरत
तर्जुमा
ऐ अल्लाह। मैंने तेरी रजा के लिए रोजा रखा/रखी और तेरी ही रज्कक पर इफ़्तार खोल रहा/रही हूं.
Roza Kholne Ki Dua In ENglish
Dua Roza Kholne Ki In ENglish
Dua Roza Kholne Ki Niyat In ENglish
Allahumma inni laka sumtu wa bika aamantu wa ‘alayka tawakkaltu wa ‘ala rizq-ika aftarthu
Tarjuma
[उर्दू] रोजा खोलने की दुआ उर्दू में
दुआ रोजा खोलने की उर्दू में
[उर्दू] रोजा खोलने की दुआ उर्दू में
“اَللّٰھُمَّ لَکَ صُمْتُ وَعَلٰ رِزْقِکَ اَفْطَرْتُ”
तर्जुमा
اے الل, میں نے تیری خاطر روزہ رکھا اور تیرے اوپر ایمان لایا اور تجھ پر بھروسہ کیا اورتیرے رزق سے اسے کھول رہا ہوں।
रमजान रोजा रखने और खोलने की दुआ नियत हिंदी में
- रमजान का रोजा रखने की दुआ या नियत
- “व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरी रमजान”
- इफ्तार यानी रमजान का रोजा खोलने की दुआ
- अल्लाहुम्म लका सुम्तु व अला रिज़क़िका अफतरत