Karbala Naat Sharif Lyrics: मेरे प्यारे भाइयों और बहनों कर्बला की जंग क्यों हुई थी? क्या आपको पता है आगे जाने कर्बला की जंग का वाकया हिंदी में क्लिक से
Karbala Naat Sharif Lyrics
~Karbala Naat Sharif Lyrics
हर जुल्म से लड़ने को तैयार हुसैनी हैं
तुम सोया समझ ते हो बेदार हुसैनी हैं
नेज़ की बुलंदी पर हर सर ये बटाता है
सरदार हुसैनी द सरदार हुसैनी हैं
हर जुल्म से लड़ने को तैयार हुसैनी हैं
तुम सोया समझ ते हो बेदार हुसैनी हैं
सरकार की अज़मत पर घर बार लुटेते हैं
दिलदार हुसैनी दिलदार हुसैनी हैं
हर जुल्म से लड़ने को तैयार हुसैनी हैं
तुम सोया समझ ते हो बेदार हुसैनी हैं
हर जुल्म से लड़ने को तैयार हुसैनी हैं
तुम सोया समझ ते हो बेदार हुसैनी हैं
ख्वाजा की करामात से साबिर की जलालत से
क्या अब भी नहीं समझे मुख्तार हुसैनी हैं
हर जुल्म से लड़ने को तैयार हुसैनी हैं
तुम सोया समझ ते हो बेदार हुसैनी हैं
हर जुल्म से लड़ने को तैयार हुसैनी हैं
तुम सोया समझ ते हो बेदार हुसैनी हैं
~Muharram Karbala Naat Lyrcis
कातले हुसैन असल में मरगे यज़ीद हे
इस्लाम जिंदा होता हे हर कर्बला के बाद
ओ शिम्र ला-ईन जालिम क्या जुल्म किया तू ने
प्यासा ही गला काटा पानी न दिया तू ने
लाश ऐ जब असगर की मा कहने लगी रो के
प्यासा ही गला काटा पानी न दिया तू ने
वो किस के नवासे हे भुके हे या प्यासे हे
इतना भी न सोचा मर्दूद जरा तू ने
सर अपना कटाइ इतनी भी परवा ना की तू ने बातिल की
साबास तुझे ए हुर क्या काम किया तू ने
मार कर भी कभी जालिम आराम न पायेगा
बघे गुले अहमद को पमन किया तू ने
~~Muharram Karbala Naat Lyrcis