Hazrat Ibrahim Ali Salam Ka Waqia Full IN HINDI PART 1

हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम का वाकया hazrat ibrahim ali salam ka waqia in hindi hazrat ibrahim ka waqia in hindi hazrat ismail ki qurbani ka waqia in quran

हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) का वाकया कई महत्वपूर्ण घटनाओं से गुजरा है। यहां एक प्रमुख वाकया दिया जा रहा है:

इस्लामिक धर्म के अनुसार, एक वक्त पर हजरत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) को अल्लाह ताला ने एक बड़ी परीक्षा के लिए चुना। उन्हें सपने में यह आदेश मिला कि उन्हें अपने पुत्र इसमाईल (अलैहिस्सलाम) को बलिदान करना होगा। यह परीक्षा इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) की इमान पर परीक्षण करने के लिए थी।

हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम का वाकया Hazrat Ibrahim Ali Salam Ka Waqia

Hazrat Ibrahim Ali Salam ka Waqia in Hindi

Hazrat Ibrahim Ali Salam Ka Waqia: इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने इसे बहुत ही गंभीरता से लिया और उन्होंने अपने पुत्र इसमाईल (अलैहिस्सलाम) को अपने साथ लेकर चलने के लिए तैयार किया। ये घटना मक्का के पास की एक जगह में घटी। इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) और इसमाईल (अलैहिस्सलाम) ने गगन से एक आवाज सुनी, जिसमें अल्लाह ताला ने कहा कि वे इसमाईल (अलैहिस्सलाम) को बलिदान करने के लिए तैयार रहें।

इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने अपने पुत्र को इसके बारे में बताया और वे दोनों सहमत हुए कि इसे पूरा करेंगे। इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने इसमाईल (अलैहिस्सलाम) को एक पहाड़ी पर ले गए, जहां वे इसके लिए तैयार रहे। जब इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने इसमाईल (अलैहिस्सलाम) को बलिदान करने के लिए हथियार उठाए, तो अल्लाह ताला ने उन्हें रोक दिया और एक भेड़ को उनके पास भेजी, जिसे वे बलिदान के रूप में ले आए।

Hazrat Ibrahim Ali Salam Ka Waqia: यह वाकया इस्लामी ईमान के महत्व को दर्शाता है और यह साबित करता है कि हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की इमान ने उन्हें अल्लाह के आदेश का पूरा पालन करने के लिए उत्साहित किया था। इस वाकये को मुस्लिम धर्म के हज़ श्रेष्ठतम कर्मों में से एक माना जाता है और इसे हर साल हज़ पर्व के दौरान याद किया जाता है।

हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम का वाकया Hazrat Ibrahim Ali Salam Ka Waqia

Hazrat Ibrahim Alaihissalam ki Dua

हज़रत इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) की कई मशहूर दुआएं हैं। यहां कुछ प्रमुख दुआएं दी गई हैं:

  1. رَبَّنَا تَقَبَّلْ مِنَّا ۖ إِنَّكَ أَنتَ السَّمِيعُ الْعَلِيمُ
    “रब्बना तकब्बल मिन्ना इन्नक अंतस्समी-उल-अलीम”
    (हमारे प्रभु, हमसे (यानी हमारे ओर से) स्वीकार करो, बेशक आप ही सुनने वाले और जानने वाले हैं।)

(सूरह अल-बाकराह, आयत 127)

  1. رَبَّنَا عَلَيْكَ تَوَكَّلْنَا وَإِلَيْكَ أَنَبْنَا وَإِلَيْكَ الْمَصِيرُ
    “रब्बना अलैक तवक्कलना वा इलैक अनबना वा इलैकल मसीर”
    (हे हमारे प्रभु, हमने आप पर भरोसा किया है, और आप ही की ओर रुझान होते हैं, और आप ही में हमारा अंत होता है।)

(सूरह अल-मुमत्तहिनह, आयत 4)

  1. رَبِّ هَبْ لِي مِنَ الصَّالِحِينَ
    “रब्बि हब लि मिन-स-सालिहीन”
    (हे मेरे प्रभु, मुझे सालिह लोगों (नेक लोगों) में से दे दो।)

(सूरह अल-साफात, आयत 100)

ये दुआएं हज़रत इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) की मशहूर दुआएं हैं, जो कुरान में उनके जीवन से जुड़ी हैं। ये दुआएं मुसलमान समुदाय में प्रिय हैं और उन्हें रोज़ाना पढ़ा जाता है।

हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम

Hazrat Ibrahim Ali Salam Ka Waqia: हजरत इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) इस्लाम, यहूदी और ईसाई धर्मों के महत्वपूर्ण धार्मिक व्यक्तित्व माने जाते हैं। वे इस्लाम के छह प्रमुख नबी (पैगम्बर) में से एक माने जाते हैं। इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) का जन्म आधुनिक इराक के नगर उर (Ur) में हुआ था, जो वर्तमान में इराक के कर्बला नगर के पास स्थित है।

इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) के जीवन में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिनमें से कुछ मशहूर हैं:

  1. ईश्वर की उपस्थिति का अनुभव: इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने अपनी जीवन में कई बार ईश्वर की उपस्थिति का अनुभव किया है। एक बार उन्हें सपने में अल्लाह ताला ने बात करते हुए दिखाई दी और उन्हें नबूवत का आह्वान किया।
  2. निम्रूद के सामरिक और दिनी अहंकार के प्रतिरोध: निम्रूद, एक ताशदीदी राजा, ने अपनी दिव्यता के आधार पर ईश्वरीय समर्थ का दावा किया था। इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने उसके साथ आपसी संवाद में शामिल होकर उसकी अहंकारी और धार्मिक भ्रम में विफलता का प्रतिरोध किया।
  1. इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) की परीक्षा: अल्लाह ताला ने इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) को एक परीक्षा में डाला, जिसमें उन्हें अपने पुत्र इस्माईल (अलैहिस्सलाम) को बलिदान करने के लिए कहा गया। इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) ने अपनी वफादारी और आज़माएश के साथ अल्लाह की अदेशों का पालन किया और उन्हें एक भेड़ के बदले में बलिदान किया।

इसके अलावा, हज़रत इब्राहिम (अलैहिस्सलाम) के बारे में कई और महत्वपूर्ण कथाएं और घटनाएं हैं, जो उनकी धार्मिक और आध्यात्मिक प्रगति को दर्शाती हैं। उनका आदर्शवादी और आज़माएशी जीवन बहुत से लोगों के लिए प्रेरणादायक है और वे एक महान धार्मिक व्यक्तित्व माने जाते हैं।

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