Posted in Deen Ki Baatein दीन की बातें हिंदी में | Deen Ki Baatein Hindi Full 1 | अल्लाह की दीन की बातें दीन की बातें हिंदी में पार्ट | अल्लाह की दीन की बातें | Deen Ki Baatein Hindi इस्लाम की बातें हिंदी में deen duniya ki baatein hindi हदीस की अच्छी-अच्छी बातें PDF दीन की बातें हिंदी में कब्र, चर्बी और गोश्त खा सकती हैलेकिन ईमान नहीं खा सकती है हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाजब नमाज के लिएतकबीर कही जाएँ तोदौड़ते हुए बल्कि आओइस्मिनान के साथफिर जो हिस्सा पा लो उसे पढ़ लोऔर जो रह जाए उसे बाद में पढ़ो हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायालज्जतो को तोड़ने वालीयानी मौत को कसरत से याद किया करोंहर जानदार को मौत का मजा चखना है بِسْمِ ٱللَّٰهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِकिधर जा रहे हो? रुक जाओअल्लाह तुम्हारे और मेरे वह गुनाह बख्स देंजिसकी वजह से दुआए काबुल नहीं हो रही हैआमीन इंसानों को गुलाम बनाकर तोहजारो बादशाह बने लेकिनगुलामो को इंसान बनाकरजो बादशाह बने वह हमारे नबी ﷺ है Deen Ki Baatein Hindi Me हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाईमान की साठ (60) सेकुछ ऊपर शाखें है औरहया (शर्म भी) भीईमान की एक शाखा है हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाबखील (कंजूस) वह हैजिसके सामने मेरा जिक्र किया जाएऔर फिर भी मुझ पर दुरुद न भेजे हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाजो शख्स पूरा वुजू करे और फिर यह दुआ पढ़ेأشْهَدُ أنْ لا إلهَ إلا اللَّهُ وَحْدَهُ لا شَرِيكَ لَهُ، وَأَشْهَدُ أَنَّ مُحَمَّدًا عَبْدُهُ وَرَسُولهतो उस के लिये जन्नत के आठों दरवाजे खोल दिये जाते हैंकि जिस से चाहे दाखिल हो ।मुस्लिम – किताबुत्तहारत – हदीस नं० 234 हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाकबीरा गुनाह, अल्ल्लाह के साथ शिर्क करनावालिदेन की नाफ़रमानी करनाकिसी को नाहक कत्ल करना औरझ्हुती कसम खाना हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायातुम किसी की कमजोरीयों की तलाश में न रहो औरजासूसों की तरह किसी के ऐब मालुम करने की कोशिश भी न करों अल्लाह की दीन की बातें हिंदी में हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाजो शख्स किसी मुसलमान कीदुनियावी तकलीफों में से कोई तकलीफदूर करता है तो अल्लाह तआलाक़यामत के दिन उसकी तकलीफ दूर करेगा सबसे अच्छा मजहब मिलासबसे अच्च्छी किताब मिलीसबसे आला नबी ﷺ मिलेइसी बात पर कह दो …….अल्हम्दुलिलाह हुज़ूर ﷺ ने फ़रमायाजो ऐसे रास्ते पर चलाजिसमे इल्म की तलाश करता होअल्लाह तआला उसके लिएजरिये जन्नत का रास्ता आसान फरमा देता है हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया“वह जवान जिसकी जवानीअल्लाह की इबादत में गुज़रीउसे अल्लाह ता’ला रोज़े महशरअपने अर्श का साया अता फ़रमाएँगे(📚बुख़ारी 6806) وَ اللّٰہُ اَعۡلَمُ بِاَعۡدَآئِکُمۡ ؕ وَ کَفٰی بِاللّٰہِ وَلِیًّا ٭۫ وَّ کَفٰی بِاللّٰہِ نَصِیۡرًا ﴿۴۵अल्लाह तुम्हारे दुश्मनों को ख़ूब जानता हैऔर तुम्हारी हिमायत व मददगारी के लिये अल्लाह ही काफ़ी है।#Quran 4:45 दीन इस्लाम की बातें हिंदी में रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया 💕बेशक अल्लाह जालिमो को ढीलदेता रहता है लेकिन जब वह उसेपकड़ता है तो उसे छोड़ता नहींसहीह बुखारी हदीस न. 4686 रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया 💕ऐ लोगो सलाम को आम करनादुसरो को खाना खिलानारिश्तेदारियों को कायम रखना औररात को जब लोग सों रहे हो तो नमाज पढनातुम सलाम के साथ जन्नत में दाखिल हो जाओगेसुन्न इब्ने माजा हदीस न. 3251 रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया 💕अल्लाह जिसके साथखैर व भलाई चाहता हैउसे बिमारी की तकलीफ और दीगरमुसीबतों में मुब्तला कर देता हैसहीह बुखारी हदीस न 5645 रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया 💕मेरे उम्मत के तमाम लोगो केगुनाह अल्लाह बख्श देगा सिवायउन लोगो के जो गुनाह करके फख्र सेलोगो का बताएंगे के हमने यह गुनाह किया हैसहीह बुखारी हदीस न 6069