सलातुल हाजत नमाज का तरीका Salatul Hajat Namaz in Hindi सलातुल हाजत की दुआ हिंदी में सलातुल हाजत की नमाज़ का तरीका namaz e hajat ka tarika
मेरे प्यारे प्यारे भाइयो नमाज का तरीका पहले भी हम बताते रहे है इसलिए एक और लेख सलातुल हाजत की नमाज का तरीका बताने जा रहे है [Salatul Hajat Namaz]
सलातुल हाजत नमाज | Salatul Hajat Namaz in Hindi
जब भी कोई काम न होता दिखे या फिर काम बनता हुआ न दिखे ऐसे में इस काम को बनाने के लिए दो रकात नफल नमाज सलातुल हाजत की नियत से पढ़ी जाती है उसके बाद अल्लाह की तारीफ़ की जाती है और अल्लाह पाक से दुआं की जाती है
अपने किसी नेक काम के लिए या फिर अपने किसी समस्या के हल के लिए जैसे:- मान लीजिए आपका पैसा कही फंसा हुआ है वह पैसा निकल नहीं पा रहा है, या फिर किसी का शादी का रिश्ता बनते बनते रुक जा रहा है, ऐसे में आप सलातुल हाजत की नमाज पढ़ कर अल्लाह पाक से दुआ मांगे इन्शाअल्लाह आपकी दुआं कबूल होगी
नियत सलातुल हाजत नमाज
“नियत की मैंने दो रकात नमाज़ सलातुल हाज़त की वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर”
Salatul Hajat Namaz in Hindi | सलातुल हाजत नमाज का तरीका
Salatul Hajat Namaz in Hindi: सलातुल हाजत नमाज का तरीका निम्नवत है जो इस प्रकार है:-
- सबसे पहले सलातुल हाजत नमाज की नियत करें
- सना पढ़े “सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका”
- उसके बाद ताउज पढ़ें “आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम”
- इसके बाद सूरह फातिहा पढ़े “अल्हम्दु लिल्लाह”
- इसके बाद कोई भी एक सुरह पढ़े
- फिर “अल्लाहु अकबर” कहते हुवे रुकू में जाएँ
- रुकू में ही “सुब्हान रब्बिल अजीम” कहें
- अब “समी अल्लाह हुलेमन हमीदा” कहते हुए खड़े हो
- खड़े होने के बाद “रब्बना लकल हम्द” धीरे से कहे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए 2 सजदे के लिए जाएँ
- 2नो सजदो में 3 बार सुब्हान रब्बि यल आला” कहे
- अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरे रकात के लिए खड़े हो जाए
- बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़े फिर सूरह फातिहा पढ़ें
- कुरआन शरीफ की कोई एक सुरह पढ़े
- रुकू में जाएँ ‘सुब्हान रब्बिल अजीम” कहे
- “समी अल्लाह हुलेमन हमीदा” कहते हुए रुकू से खड़े हो जाए
- “रब्बना लकल हम्द” कहे इसके बाद 2 सजदे के लिए “अल्लाहु अकबर” कहते हुए जाएँ
- हर सजदे में “सुब्हान रब्बि यल आला” कहे
- अल्लाहु अकबर” कहते हुए बैठ जाए जैसे अन्य नमाज में बैठा जाता है
- अत्तहियातु लिल्लाहि” पढ़ते हुए “शहादत के ऊँगली” क़िबला रुख करें
- एक एक बार दूरुद शरीफ, दुआ ए मसुरा पढ़े
- फिर सलाम दाए, बाएं जानिब फेरे “अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह”
- इसके बाद जो भी अल्लाह रब्बुल इज्जत से दुआं करनी है वह करें
सलाम के बाद की दुआ | Salatul Hajat Namaz in Hindi
सुरह कौसर:
إِنَّاۤ أَعۡطَیۡنَـٰكَ ٱلۡكَوۡثَرَفَصَلِّ لِرَبِّكَ وَٱنۡحَرۡإِنَّ شَانِئَكَ هُوَ إِنَّ هُوَ ٱلۡأَبۡتَ
“बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम इन्ना आतैना कल कौसर फसल्ली लिरब्बिका वनहर इन्ना शानियाका हुवल अब्तर”
तर्जुमा: बेशक हमने आपको कौसर अता किया बस आप अपने रब के लिए नमाज अदा करो और कुर्बानी करो बेशक आपका दुश्मन ही बे नामो निशान होगा।
नोट: अगर किसी तरह की गलती सलातुल हाजत नमाज में आपको नजर आती है ऐसे में आप हमें वाट्सएप पर सम्पर्क करें गलती से रूबरू करवा सकते है हम जल्दी ही उसे ठीक करेंगे