तरावीह नमाज़ की दुआ Taraweeh Namaz Ki Dua: इस्लाम एक अच्छा सच्चा धर्म है उसमे कोई शक नहीं है लेकिन सच्चा मुसलमान होना इस्लाम का पहला मुकाम है इस्लाम इमं पांच वक्त की नमाज हर दिन पढ़ी जाती है लेकिन ख़ास रमजान के महीने में तरावीह की नमाज भी पढ़ी जाती है तरावीह की नमाज कुल 20 रकात की होती है जिसे 2+2=4 रकात करके पढ़ते है उसके बाद तरावीह की नमाज की दुआ भी पढ़ते है
DUA: तरावीह नमाज़ की दुआ
- Taraweeh Namaz Ki Dua In Hindi
- सुबहाना ज़िल मुलकी वल मलाकूत
- सुबहाना ज़िल इज्ज़ती वल अज़मती वल हैबती वल क़ुदरती
- वल किबरियाई वल जबारूत सुबहानल मलिकिल
- हययिल लज़ी ला यनामु वला यमूतु सुब-बूहुन कुद्दू सुन
- रबबुना वा रबबुल मलाइकती वररूह अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन नार या मुजीरु या मुजीरु या मुजीर
- Taraweeh Namaz Ki Dua in English
- Subhanal Malikil Quddus। Malakuti
- Subhana jil izzati wal ajhmati wal haybati wal Qudrati।
- wal kibriyaa’i wal jabaroot। Subhanal Malikil
- hayyil lajhi, la yunaamu wa layamutu Subbuhun, Quddusun
- Rabbuna Rabbul malaa’ikati war-rooh Allahumma Ajirnee akhlusna Minan Naar Ya Mujeero, Ya Mujeero, Ya Mujeer
तरावीह नमाज़ की दुआ तर्जुमा के साथ
Tarabi Ki Dua Tarjuma Ke Sath: तरावीह की नमाज के बाद जो दुआ पढ़ी जाती है वह आपको पता है आगे जाने दुआ का मतलब यानी तरावीह नमाज की दुआ का तर्जुमा
तरावीह नमाज की दुआ: सुबहाना ज़िल मुलकी वल मलाकूत सुबहाना ज़िल इज्ज़ती वल अज़मती वल हैबती वल क़ुदरती वल किबरियाई वल जबारूत सुबहानल मलिकिल हययिल लज़ी ला यनामु वला यमूतु सुब-बूहुन कुद्दू सुन रबबुना वा रबबुल मलाइकती वररूह अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन नार या मुजीरु या मुजीरु या मुजीर
तरावीह की दुआ का तर्जुमा: पाक है वह ! ज़मीन की बादशाही और आसमान की बादशाही वाला , पाक है , वह इज़्ज़त और बुजुर्गी और हैबत और कुदरत तथा बड़ाई और दबदबे वाला । पाक है बादशाह (हकीकी) ज़िन्दा , जो सोता नहीं और न मरेगा बहुत ही मुकद्दस है हमारा परवरदिगार और फ़रिश्तों और रूह का परवरदिगार ऐ अल्लाह ! हमको दोज़ख़ से पनाह देने वाले , ऐ पनाह देने वाले , ऐ पनाह देने वाले
तरावीह की नमाज का तरीका
इस नमाज यानी तरावीह की नमाज के बारें में बहुत से सवाल किया जाता है उन्ही में एक सवाल है है तरावीह की नमाज सुन्नत है फर्ज? ऐसे में आपको बता दें तरावीह की नमाज सुन्नते मुअक्किदह है जिसे न पढ़ने पर गुनाहगार होंगे तरावीह की नमाज का तरीका क्लिक से पढ़े